कर्क संक्रांति 2025
कर्क संक्रांति 2025
16
जुलाई 2025
बुधवार
कर्क संक्रांति विशेष चित्र
कर्क संक्रांति वह विशेष तिथि होती है जब सूर्य देवता मिथुन राशि से निकलकर कर्क राशि में प्रवेश करते हैं। यह दिन ज्योतिष, धार्मिक और मौसमी दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। इसी दिन से दक्षिणायन की शुरुआत होती है।
📅 कर्क संक्रांति 2025 कब है?
- तिथि: 16 जुलाई 2025, बुधवार
- सूर्य गोचर: प्रातः 04:02 AM
🔭 ज्योतिषीय महत्व
- मेष से कर्क तक सूर्य की यात्रा का समापन
- देवताओं की रात्रि – दक्षिणायन की शुरुआत
- वर्षा ऋतु और सावन मास का प्रारंभ
🙏 धार्मिक महत्व
- सूर्य पूजा, अर्घ्य दान, व्रत और हवन का विशेष महत्व
- गंगा या तीर्थ स्नान, या घर पर पवित्र जल से स्नान
- “ॐ घृणिः सूर्याय नमः” मंत्र का जप
🌧️ मौसम और कृषि से जुड़ा महत्व
- मानसून की सक्रियता का प्रारंभ
- खरीफ फसलों की बुआई की शुरुआत
- प्राकृतिक जल संचयन और पर्यावरण संतुलन के लिए शुभ समय
सूर्य का कर्क में प्रवेश – 16 जुलाई 2025, सुबह 04:02 बजे
📿 पुण्य कर्म – क्या करें इस दिन?
- सूर्योदय से पहले स्नान करें और सूर्य को अर्घ्य दें
- तांबे के लोटे से जल अर्पण करें
- लाल वस्त्र, तांबा, गुड़, चावल आदि का दान करें
- सूर्य मंत्रों का जप और व्रत का पालन करें
- जरूरतमंदों को भोजन और वस्त्र वितरित करें
✨ विशेष सूर्य मंत्र
“ॐ भास्कराय विद्महे महातेजसे धीमहि
तन्नो सूर्यः प्रचोदयात्॥”
📝 अंतिम विचार
कर्क संक्रांति का दिन सूर्य उपासना, ऋतु परिवर्तन और आत्मिक जागरूकता का प्रतीक है। इस दिन को श्रद्धा और संयम के साथ मनाकर हम अपने जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और स्वास्थ्य ला सकते हैं।
“सूर्य उपासना से आत्मबल और स्वास्थ्य दोनों में वृद्धि होती है।”
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