गणेश भक्तों के लिए, संकष्टी चतुर्थी का व्रत बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। यह दिन भगवान गणेश को समर्पित है, जो सभी बाधाओं को दूर करने वाले हैं। इस व्रत को रखने से सुख, समृद्धि और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। नीचे 2025 में आने वाली सभी संकष्टी चतुर्थी तिथियों की जानकारी दी गई है, ताकि आप अपनी पूजा और व्रत की योजना बना सकें।

2025 संकष्टी चतुर्थी उपवास के दिन

तिथि वार चतुर्थी प्रकार समय
जनवरी 17, 2025, शुक्रवार लम्बोदर संकष्टी चतुर्थी प्रारम्भ – 04:06 ए एम, जनवरी 17
समाप्त – 05:30 ए एम, जनवरी 18
फरवरी 16, 2025, रविवार द्विजप्रिय संकष्टी प्रारम्भ – 11:52 पी एम, फरवरी 15
समाप्त – 02:15 ए एम, फरवरी 17
मार्च 17, 2025, सोमवार भालचन्द्र संकष्टी प्रारम्भ – 07:33 पी एम, मार्च 17
समाप्त – 10:09 पी एम, मार्च 18
अप्रैल 16, 2025, बुधवार विकट संकष्टी प्रारम्भ – 01:16 पी एम, अप्रैल 16
समाप्त – 03:23 पी एम, अप्रैल 17
मई 16, 2025, शुक्रवार एकदन्त संकष्टी प्रारम्भ – 04:02 ए एम, मई 16
समाप्त – 05:13 ए एम, मई 17
जून 14, 2025, शनिवार कृष्णपिङ्गल संकष्टी प्रारम्भ – 03:46 पी एम, जून 14
समाप्त – 03:51 पी एम, जून 15
जुलाई 14, 2025, सोमवार गजानन संकष्टी प्रारम्भ – 01:02 ए एम, जुलाई 14
समाप्त – 11:59 पी एम, जुलाई 14
अगस्त 12, 2025, मंगलवार अंगारकी संकष्टी प्रारम्भ – 08:40 ए एम, अगस्त 12
समाप्त – 06:35 ए एम, अगस्त 13
सितम्बर 10, 2025, बुधवार विघ्नराज संकष्टी प्रारम्भ – 03:37 पी एम, सितम्बर 10
समाप्त – 12:45 पी एम, सितम्बर 11
अक्टूबर 10, 2025, शुक्रवार वक्रतुण्ड संकष्टी प्रारम्भ – 10:54 पी एम, अक्टूबर 09
समाप्त – 07:38 पी एम, अक्टूबर 10
नवम्बर 8, 2025, शनिवार गणाधिप संकष्टी प्रारम्भ – 07:32 ए एम, नवम्बर 08
समाप्त – 04:25 ए एम, नवम्बर 09
दिसम्बर 7, 2025, रविवार अखुरथ संकष्टी प्रारम्भ – 06:24 पी एम, दिसम्बर 07
समाप्त – 04:03 पी एम, दिसम्बर 08

हमें आशा है कि यह जानकारी आपके लिए उपयोगी होगी और आप भगवान गणेश के इस पवित्र व्रत को पूरी श्रद्धा के साथ कर पाएंगे। भगवान गणेश आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी करें और आपके जीवन से सभी बाधाओं को दूर करें।

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