Subhash Chandra Bose Jayanti 2024: Date, Image & Quotes

Subhash Chandra Bose Jayanti

Subhash Chandra Bose Jayanti 2024: Date, Image & Quotes

Subhash Chandra Bose Jayanti
23 Jan

Netaji Subhas Chandra Bose Jayanti 2024

  • 12:00 am
  • India

23 जनवरी 2024 Tuesday / मंगलवार

नेताजी सुभाष चंद्र बोस का जन्म 23 जनवरी 1897 को ओडिशा के कटक में हुआ था। वे एक प्रतिभाशाली छात्र थे और उन्होंने इंग्लैंड के क्राइस्ट चर्च कॉलेज से स्नातक की उपाधि प्राप्त की। उन्होंने भारतीय सिविल सेवा परीक्षा में भी टॉप किया, लेकिन उन्होंने ब्रिटिश शासन के खिलाफ अपने विरोध के कारण इसे छोड़ दिया।

1921 में, नेताजी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल हुए और जल्द ही महात्मा गांधी के करीबी सहयोगी बन गए। उन्होंने कांग्रेस के युवा कार्यकर्ताओं के बीच एक मजबूत आंदोलन का निर्माण किया, जो स्वतंत्रता के लिए अधिक सक्रिय कार्रवाई की मांग कर रहे थे। 1938 में, नेताजी कांग्रेस के अध्यक्ष चुने गए, लेकिन उन्होंने गांधीजी के अहिंसक तरीकों से असहमति जताई। उन्होंने कांग्रेस को एक अधिक सशस्त्र और संघर्षशील संगठन बनाने का प्रयास किया 1939 में, नेताजी कांग्रेस से अलग हो गए और फॉरवर्ड ब्लॉक की स्थापना की। उन्होंने भारत को अंग्रेजों से मुक्त कराने के लिए एक सशस्त्र संघर्ष की वकालत की।

1941 में, नेताजी जर्मनी और जापान गए और उन्होंने आज़ाद हिन्द फौज  (INA) की स्थापना की। INA ने अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई लड़ी और कई सफलताएं हासिल कीं। नेताजी की मृत्यु 18 अगस्त 1945 को एक विमान दुर्घटना में हुई थी। उनकी मृत्यु के बारे में कई सिद्धांत हैं, लेकिन उनका शव कभी नहीं मिला।

नेताजी सुभाष चंद्र बोस एक महान देशभक्त और स्वतंत्रता सेनानी थे। उन्होंने भारत को अंग्रेजों की गुलामी से मुक्त कराने के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया। उन्हें भारत का राष्ट्रीय नायक माना जाता है और  उनकी जयंती भारत में एक राष्ट्रीय अवकाश के रूप में मनाई जाती है। भारत सरकार द्वारा 2021 में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125 वीं जयन्ती से पहले इस दिवस को पराक्रम दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की गयी थी।

सुभाष चन्द्र बोस जयन्ती 2024

इस वर्ष  सुभाष चन्द्र बोस की 127वाँ जन्म वर्षगाँठ  मंगलवार, 23 जनवरी 2024 को मनाई जाएगी। 

सुभाष चन्द्र बोस के कुछ प्रसिद्ध विचार : -

Subhash Chand Bose Jayanti 2024
तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा।
Subhash Chand Bose Jayanti 2024 -2
याद रखिए सबसे बड़ा अपराध, अन्याय सहना और गलत के साथ समझौता करना है
Subhash Chand Bose Jayanti 2024 -3
संघर्ष ने मुझे मनुष्य बनाया, मुझमें आत्मविश्वास उत्पन्न हुआ, जो पहले मुझमें नहीं था।
Subhash Chand Bose Jayanti 2024 -4
उच्च विचारों से कमजोरियां दूर होती हैं। हमें हमेशा उच्च विचार पैदा करते रहना चाहिए।
Subhash Chand Bose Jayanti 2024 -5
आपको यदि अस्थाई रूप से झुकना पड़े तब भी वीरों की तरह ही झुकें
Subhash Chand Bose Jayanti 2024 -6
आशा की कोई न कोई किरण होती है, जो हमें कभी जीवन से भटकने नहीं देती।
Subhash Chand Bose Jayanti 2024 -7
आजादी मिलती नहीं बल्कि इसे छिनना पड़ता है।
Subhash Chand Bose Jayanti 2024 -8
जिसके अंदर 'सनक' नहीं होती, वह कभी महान नहीं बन सकता।
इतिहास में कभी भी विचार -विमर्श से कोई ठोस परिवर्तन नहीं हासिल किया गया है।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You might also like

Share:

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Social Media

Most Popular

Get The Latest Updates

Subscribe To Our Weekly Newsletter

No spam, notifications only about new products, updates.

Categories

On Key

Related Posts

A devout Indian couple in traditional attire performing Puja for Lord Vishnu. They are seated before a small altar with offerings of fruits, flowers, and sweets. The setting is intimate and hopeful, with a soft devotional glow from oil lamps and a garland of yellow flowers.paush putrada ekadashi 2025

पुत्रदा एकादशी व्रत: जानें तिथि, महत्व, पूजा विधि और पारण का शुभ मुहूर्त

इस 30 दिसंबर 2025 को मनाई जाने वाली पौष पुत्रदा एकादशी संतान सुख और बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए एक अत्यंत महत्वपूर्ण व्रत है। जानें इसकी तिथि, पूजा विधि, महत्व और व्रत के नियमों को।

A serene night scene of a Hindu temple with a Shiva Lingam, illuminated by oil lamps and candles. Faint silhouettes of devotees are visible, creating a peaceful and spiritual atmosphere.

पौष मासिक शिवरात्रि 2025: तिथि, मुहूर्त और पूजा विधि

दिसंबर 2025 में पौष मासिक शिवरात्रि 18 दिसंबर, गुरुवार को मनाई जाएगी। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं, राहु-केतु दोष का निवारण होता है, और वैवाहिक जीवन में सुख-शांति आती है। जानें शुभ मुहूर्त और पूजा विधि।

A vibrant astrological chart showing the sun with bright golden rays entering the Sagittarius (Dhanu) zodiac sign, adorned with traditional Indian motifs and a small brass Surya idol.Dhanu Sankranti 2025

Dhanu Sankranti 2025: सूर्य का धनु राशि में गोचर, जानें शुभ मुहूर्त, महत्व और पूजा विधि

धनु संक्रांति 16 दिसंबर 2025 को मनाई जाएगी, जब सूर्यदेव धनु राशि में प्रवेश करेंगे। यह दिन खरमास के आरंभ का प्रतीक है, जिस दौरान मांगलिक कार्य वर्जित होते हैं। सूर्य उपासना, स्नान और दान-पुण्य से मिलेगा आरोग्य और समृद्धि का आशीर्वाद।

Scroll to Top