Pradosh Vrat Dates 2024 : प्रदोष व्रत 2024

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प्रदोष व्रत  भगवान शिव की उपासना के लिए एक महत्वपूर्ण व्रत है। यह हर माह की शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को किया जाता है। प्रदोष का अर्थ है “प्रकाश और अंधकार का संधिकाल”। इस समय भगवान शिव प्रकट होते हैं और भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं।

Pradosh Vrat Schedule

2024 प्रदोष के दिन

तिथि वार प्रदोष प्रकार प्रारंभ समाप्त
जनवरी 9, 2024 मंगलवार भौम प्रदोष 17:41 - 20:24
जनवरी 23, 2024 मंगलवार भौम प्रदोष 17:52 - 20:33
फरवरी 7, 2024 बुधवार बुध प्रदोष 18:05 - 20:41
फरवरी 21, 2024 बुधवार बुध प्रदोष 18:15 - 20:47
मार्च 8, 2024 शुक्रवार शुक्र प्रदोष 18:25 - 20:52
मार्च 22, 2024 शुक्रवार शुक्र प्रदोष 18:34 - 20:55
अप्रैल 6, 2024 शनिवार शनि प्रदोष 18:42 - 20:58
अप्रैल 21, 2024 रविवार रवि प्रदोष 18:51 - 21:02
मई 5, 2024 रविवार रवि प्रदोष 18:59 - 21:06
मई 20, 2024 सोमवार सोम प्रदोष 19:08 - 21:12
जून 4, 2024 मंगलवार भौम प्रदोष 19:16 - 21:18
जून 19, 2024 बुधवार बुध प्रदोष 19:22 - 21:22
जुलाई 3, 2024 बुधवार बुध प्रदोष 19:23 - 21:24
जुलाई 18, 2024 बृहस्पतिवार गुरु प्रदोष 20:44 - 21:23
अगस्त 1, 2024 बृहस्पतिवार गुरु प्रदोष 19:12 - 21:18
अगस्त 17, 2024 शनिवार शनि प्रदोष 18:58 - 21:09
अगस्त 31, 2024 शनिवार शनि प्रदोष 18:43 - 20:59
सितम्बर 15, 2024 रविवार रवि प्रदोष 18:26 - 20:46
सितम्बर 29, 2024 रविवार रवि प्रदोष 18:09 - 20:34
अक्टूबर 15, 2024 मंगलवार भौम प्रदोष 17:51 - 20:21
अक्टूबर 29, 2024 मंगलवार भौम प्रदोष 17:38 - 20:13
नवम्बर 13, 2024 बुधवार बुध प्रदोष 17:28 - 20:07
नवम्बर 28, 2024 बृहस्पतिवार गुरु प्रदोष 17:24 - 20:06
दिसम्बर 13, 2024 शुक्रवार शुक्र प्रदोष 17:26 - 19:40
दिसम्बर 28, 2024 शनिवार शनि प्रदोष व्रत 17:33 - 20:17

प्रदोष व्रत का महत्व :-

प्रदोष व्रत  भगवान शिव की उपासना के लिए एक महत्वपूर्ण व्रत है। यह हर माह की शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को किया जाता है। प्रदोष व्रत का पालन करने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।

प्रदोष व्रत के दिन, भगवान शिव की पूजा करने से उन्हें प्रसन्न किया जा सकता है। भगवान शिव की कृपा से मनुष्य के जीवन में सभी प्रकार के कष्टों का नाश होता है और उसे सुख, शांति, समृद्धि और सफलता प्राप्त होती है।

प्रदोष व्रत के लाभ निम्नलिखित हैं:

  • यह व्रत भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने के लिए बहुत ही प्रभावी है।
  • यह व्रत मनोकामनाओं को पूर्ण करने के लिए भी बहुत लाभकारी है।
  • यह व्रत पापों से मुक्ति दिलाता है और मोक्ष प्रदान करता है।
  • यह व्रत स्वास्थ्य, धन, समृद्धि और सौभाग्य प्रदान करता है।

प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव के मंदिर में जाकर पूजा करना बहुत ही शुभ माना जाता है। अगर आप मंदिर नहीं जा सकते हैं तो घर पर भी भगवान शिव की पूजा कर सकते हैं। प्रदोष व्रत का पालन करने से आपको भगवान शिव की कृपा अवश्य प्राप्त होगी।

आज की तिथि जानने के लिए एक क्लिक में हिन्दू पंचांग का उपयोग करें।

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