Vivah Muhurat 2026: हर राशि के लिए शुभ विवाह मुहूर्त और तिथियों की पूरी लिस्ट

2026 में शादी की योजना बना रहे हैं? जानिए जनवरी से दिसंबर तक के सभी शुभ विवाह मुहूर्त और अपनी राशि (Rashi) के अनुसार बेस्ट वेडिंग डेट्स।
Indian bride and groom holding hands during Vivah Muhurat 2026 ceremony with calendar background
भारतीय संस्कृति में विवाह सिर्फ दो लोगों का मिलन नहीं, बल्कि दो परिवारों और आत्माओं का पवित्र गठबंधन है। हिंदू धर्म में, विवाह मुहूर्त (Vivah Muhurat) का चयन ग्रहों और नक्षत्रों की स्थिति को देख कर किया जाता है ताकि दांपत्य जीवन सुखमय रहे। वर्ष 2026 में कई शुभ लग्न बन रहे हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक ही मुहूर्त सभी राशियों के लिए शुभ नहीं होता? इस विशेष लेख में, हम न केवल 2026 के विवाह मुहूर्तों (Wedding Dates 2026) की सूची देंगे, बल्कि यह भी बताएंगे कि आपकी राशि (Rashi) के अनुसार कौन सा महीना और कौन सी तिथि सबसे शुभ रहेगी।

विवाह मुहूर्त 2026: माहवार शुभ तिथियां (Month-wise Wedding Dates)

हिंदू पंचांग के अनुसार, 2026 में गुरु (बृहस्पति) और शुक्र के उदय रहने के कारण विवाह के लिए कई उत्तम योग बन रहे हैं। नीचे 2026 के संभावित शुभ मुहूर्तों की सूची दी गई है:
माह (Month) शुभ तिथियां (Dates) विशेष टिप्पणी
जनवरी 2026 16, 17, 18, 22, 23, 26, 29 मकर संक्रांति के बाद उत्तम समय
फरवरी 2026 1, 4, 5, 11, 14, 15, 19, 21, 26 बसंत पंचमी और फाल्गुन मास
मार्च 2026 2, 4, 6, 8, 11 होलाष्टक (मध्य मार्च) से पहले
अप्रैल 2026 18, 20, 21, 23, 26, 28, 30 सूर्य के मेष राशि में प्रवेश के बाद
मई 2026 2, 6, 7, 11, 12, 18, 21, 25, 29 अक्षय तृतीया के आसपास उत्तम योग
जून 2026 4, 6, 9, 13, 17, 22, 26 ज्येष्ठ और आषाढ़ मास
जुलाई 2026 2, 5, 7, 10 (देवशयनी एकादशी तक) चातुर्मास शुरू होने से पहले
नवंबर 2026 23, 25, 27, 29 देवउठनी एकादशी के बाद
दिसंबर 2026 3, 4, 7, 9, 11, 14 खरमास (मध्य दिसंबर) शुरू होने से पहले

💡 क्यों महत्वपूर्ण है राशि अनुसार मुहूर्त?

अक्सर लोग कैलेंडर में दी गई कोई भी ‘शुभ तिथि’ चुन लेते हैं। लेकिन ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, यदि उस दिन आपकी कुंडली का सप्तमेश (7th House Lord) कमजोर है या चंद्रमा 6, 8, या 12वें भाव में है, तो वह ‘जनरल मुहूर्त’ आपके लिए हानिकारक हो सकता है। इसलिए राशि-आधारित चयन (Tribhagh Shuddhi) जरूरी है।

राशि अनुसार सर्वश्रेष्ठ विवाह तिथियां 2026 (Best Wedding Dates by Rashi)

यहाँ हमने तत्वों (Elements) के आधार पर राशियों को वर्गीकृत किया है और उनके लिए 2026 का सबसे शुभ समय बताया है:

1. अग्नि तत्व: मेष, सिंह, धनु (Aries, Leo, Sagittarius)

अग्नि तत्व की राशियों के लिए सूर्य और मंगल की स्थिति बहुत महत्वपूर्ण है।
  • शुभ समय: जनवरी (उत्तरायण शुरू होने पर), अप्रैल (सूर्य के उच्च होने पर) और जुलाई।
  • सावधानी: जब सूर्य तुला राशि (अक्टूबर-नवंबर) में नीच का हो, तब विवाह टालना बेहतर है।
  • टिप: मेष और सिंह राशि वालों के लिए रविवार और मंगलवार को पड़ने वाले मुहूर्त विशेष फलदायी रहेंगे।

2. पृथ्वी तत्व: वृषभ, कन्या, मकर (Taurus, Virgo, Capricorn)

इन राशियों के लिए स्थिरता महत्वपूर्ण है। शुक्र और बुध इनके लिए शुभ ग्रह हैं।
  • शुभ समय: मई (वृषभ का सूर्य), फरवरी और जून।
  • सावधानी: शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या चल रही हो (जैसे मकर पर), तो कुंभ विवाह या अर्क विवाह का विचार जरूर करें।
  • टिप: आपके लिए अक्षय तृतीया (मई) का मुहूर्त बिना पंचांग देखे भी सर्वश्रेष्ठ माना जाता है।

3. वायु तत्व: मिथुन, तुला, कुंभ (Gemini, Libra, Aquarius)

वायु तत्व की राशियां संचार और संतुलन की प्रतीक हैं। इनके लिए शुक्र का मजबूत होना अनिवार्य है।
  • शुभ समय: फरवरी, अक्टूबर (तुला का सूर्य आने से पहले), और नवंबर के अंतिम सप्ताह।
  • सावधानी: जब शुक्र अस्त (Tara Doobna) हो, तब विवाह न करें। तुला राशि वालों को सप्तम भाव की शुद्धि जरूर देखनी चाहिए।

4. जल तत्व: कर्क, वृश्चिक, मीन (Cancer, Scorpio, Pisces)

इन राशियों के लिए भावनाएं और चंद्रमा की स्थिति सर्वोपरि है। गुरु (Jupiter) का आशीर्वाद इनके लिए जरूरी है।
  • शुभ समय: नवंबर (गुरु की मजबूती), मार्च और जून।
  • सावधानी: अमावस्या के आसपास विवाह न करें। कर्क राशि वालों को चंद्र शुद्धि पर विशेष ध्यान देना चाहिए।

विवाह के लिए वर्जित समय 2026 (Inauspicious Times)

भले ही 2026 शादियों से भरा साल है, लेकिन कुछ समय ऐसे होते हैं जब विवाह कार्य वर्जित होते हैं:
  1. खरमास (Kharmas): जब सूर्य धनु या मीन राशि में होता है (मध्य मार्च से मध्य अप्रैल और मध्य दिसंबर से मध्य जनवरी)।
  2. चातुर्मास (Chaturmas): जुलाई में देवशयनी एकादशी से नवंबर में देवउठनी एकादशी तक भगवान विष्णु निद्रा में होते हैं। हालांकि, कुछ पंचांगों में विशेष छूट दी जाती है, लेकिन पारंपरिक रूप से इसे टाला जाता है।
  3. शुक्र और गुरु अस्त: यदि वर्ष के किसी भी समय गुरु या शुक्र तारा अस्त होता है, तो वह समय विवाह के लिए निषेध माना जाता है।
यदि आप धार्मिक और आध्यात्मिक तैयारियों में रुचि रखते हैं, तो सफला एकादशी और भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के उपायों के बारे में भी पढ़ सकते हैं, जो विवाह पूर्व पूजा-पाठ के लिए सहायक हो सकता है।

शादी पक्की करने से पहले 3 जरूरी कदम

✅ 1. त्रिबल शुद्धि (Tribal Shuddhi) जांचें

वर और वधू दोनों के लिए सूर्य, चंद्र और गुरु का बलवान होना जरूरी है। इसे ‘त्रिबल शुद्धि’ कहते हैं।

✅ 2. नाड़ी दोष परिहार

गुण मिलान में यदि नाड़ी दोष आ रहा है, तो बिना शांति पूजा के मुहूर्त न निकलवाएं।

✅ 3. गोधूलि बेला का विकल्प

यदि कोई भी शुद्ध मुहूर्त नहीं मिल रहा हो, तो ‘गोधूलि बेला’ (सूर्यास्त का समय) को विवाह के लिए सर्वमान्य और दोषमुक्त माना जाता है।

निष्कर्ष

Vivah Muhurat 2026 में कई शुभ अवसर लेकर आ रहा है। चाहे आप मेष राशि के हों या मीन के, सही मुहूर्त का चुनाव आपके वैवाहिक जीवन की नींव को मजबूत करता है। ऊपर दी गई तिथियां सामान्य पंचांग पर आधारित हैं। अपनी कुंडली के सूक्ष्म विश्लेषण और सटीक ‘लग्न’ के लिए किसी विद्वान ज्योतिषी से परामर्श अवश्य लें।

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